
बरेली जिले की नबाबगंज विधानसभा बरेली के मुख्यालय से मात्र 45 किलोमीटर ही दूर है मगर इसकी गिनती एक पिछड़े क्षेत्र के रूप
में की जाती रही है लेकिन यहाँ की मिटटी में वो जादू है की एक से बढ़कर श्रेष्ठ छात्र यहाँ से निकले है मगर सही शिक्षा के आभव में विधार्थी आज की मॉडर्न एजुकेशन से बंचित है ,नबाबगंज आप प्रत्याशी और पैनी नज़र सामाजिक संस्था की प्रदेश अध्यक्ष सुनीता गंगवार ने ऐसे ही मॉडर्न एजुकेशन और तकनीकी शिक्षा के मुद्दों को उठाकर युवा वर्ग में अपनी अलग पहिचान बना ली है नवाबगंज ग्राम बरौर में पहुंची सुनीता गंगवार ने बरसों से बंद पड़े राजकीय इंटर कॉलेज का दौरा किया और इस मुद्दे को मीडिया के सहारे शासन -प्रशासन तक पहुंचाया तो तो पूरे क्षेत्र की जनता और खासकर युवा उनके साथ हो लिया सुनीता गंगवार ने कहा यह नवाबगंज क्षेत्र की स्थिति है के यहां के नेताओं ने शिक्षा के ऊपर ना तो कोई कार्य किया और अगर धोखे से कोई कॉलेज बन भी गया तो उसको खोलने नहीं दिया यह रणनीति नेताओं की बताती है कि वह नहीं चाहते कि नवाबगंज क्षेत्र की जनता शिक्षित हो पाए सुनीता गंगवार दिल्ली के आप सरकार के मॉडल मुफ्त बिजली ,पानी , शिक्षा के मुद्दों पे लोगो के बीच ले जा रही है हालॉकि सुनीता गंगवार किसी परिचय की मौताज नहीं है बरेली की जनता सुनीता गंगवार को आयरन लेडी के रूप में जानती है कलापुर पुलिया जोकि अंग्रेजो के ज़माने में बनी थी अपने जाम के लिए जानी जाती थी सुनीता गंगवार के धरना और अनशन का ही नतीजा है आज चौड़ी कलापुर पुलिया का निर्माण हो रहा है
नवाबगंज की नगर पंचायत सेथल में बना जी टी आई कॉलेज जो बरसो से बनकर तैयार खड़ा रहते-रहते खंडर में तब्दील हो रहा है जिसको देखने के लिए पैनी नजर सामाजिक संस्था व 121 नवाबगंज विधानसभा की आम आदमी पार्टी प्रत्याशी एडवोकेट सुनीता गंगवार पहुंची ।
सुनीता गंगवार अब जन मुद्दों के साथ युवा को भी जोड़ने में भी लगी हुई है

नबाबगंज विधानसभा में आम आदमी पार्टी की प्रत्याशी एडवोकेट सुनीता गंगवार सभी दलों के लिए चुनौती बनकर उभरी है
भाजपा ,सपा ,बसपा ,कांग्रेस सभी दल सुनीता गंगवार की नबाबगंज में सक्रियता और मिल रहे जन समर्थन से परेशानी महसूस कर रहे है
सुनीता गंगवार के विरोधी भी मानते है कि एक बार वो जो भी काम हाथ में लेती है उसे पूरा करकर ही मानती है
उनकी लोकप्रियता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है जब पिछले दिनों तहसील नवाबगंज ग्राम हरैया के जो ट्रैक्टरों के चालान हुए थे उनकी एक अपील पर जनता ने चालान की राशि जरा समय में चंदा करके इकट्ठा करवा दी
लखीमपुर कांड के समय बड़े से नेता चाहे वो अखिलेश यादव हो या प्रियंका गाँधी सभी समय पे लखीमपुर नहीं पहुंच पाए थे ऐसे में सुनीता गंगवार ने लखीमपुर पहुंचकर ना सिर्फ सबको सकते में डाल दिया बल्कि पीड़ितों से मुलाकात कर उन्हें मदद का भरोसा भी दिलाया नबाबगंज की हर छोटी बड़ी घटना पे उनकी पैनी नज़र बनी रहती है हर गांव और हर बूथ पर उन्होंने अपने वोलिएन्टियर की टीम तैनात कर रखी है
केजरीवाल की यूपी में 300 यूनिट बिजली मुफ्त और पुराने बिजली बिल माफ़ वादे का उन्हें काफी जनसमर्थन मिल रहा है , पिछले दिनों उन्होंने इस योजना के गारंटी कार्ड भी बाटे थे , सुनीता गंगवार इससे पहिले पैनी नज़र सामाजिक संस्था के माध्यम से पूरे नबाबगंज सहित बरेली में लोकप्रिय हो चुकी है