
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में हार के बार कांग्रेस आलाकमान ने प्रदेश अध्यक्ष अजय लल्लू से इस्तीफा माँग लिया और सभी जिला इकाई भंग मानी गयी ,साल 2022 का यूपी विधानसभा चुनाव कांग्रेस पार्टी के लिए पूरी तरह से प्रियंका गांधी वाड्रा के नेतृत्व में लड़ा गया. हाथरस, लखीमपुर खीरी जैसे कई मुद्दों …पर प्रियंका काफी हमलावर दिखाई दीं. लेकिन चुनावी नतीजों में पार्टी सिर्फ दो सीटें ही जीत सकी
50 फीसदी सीट भी महिला उम्मीदवारों को ही दिया गया था. लेकिन चुनावी नतीजे बताते हैं कि पार्टी का ये दांव उल्टा उस पर भारी पड़ गया है. पार्टी का वोट प्रतिशत दो फीसदी के आसपास रह गया है , बात बरेली की करे तो बरेली कैंट में कांग्रेस को 2280 वोट ,बरेली सिटी में 2311 वोट ,फरीदपुर में 1744 वोट,मीरगंज में 5288 वोट ,आंवला में 2307 वोट ,भोजीपुरा में 1963 वोट ,नबाबगंज में 2039वोट ,बिथरी चैनपुर में 1482वोट ,बहेड़ी में 1845वोट कुल मिलाकर पूरे जिले में 21259 वोट मिले जबकि अकेले कैंट सीट और बरेली सिटी से ही 1.5 लाख वोट पार किये जा सकते थे कांग्रेस आलाकमानको इसमें साजिश की बू आ रही है
अब प्रमोद कृष्णम की ताजपोशी की खबर आ रही है दूसरी ओर जिले लेवल पर जुनैद हुसैन को जिला अध्यक्ष बनाने की बात सामने आ रही है सूत्रों के हवाले से खबर आ रही है इस बार नवयुवक युवा को कमान दी जा रही है जिस पर कोई भी दलाली बेईमानी का कोई इल्जाम तक नही है दूसरी ओर दूसरे दाबेदार भी होड़ में लगे हुए है मगर जुनैद का पलड़ा इन सबसे भारी है,
जुनैद हुसैन हर दिल अजीज माने जाते है सभी कांग्रेस के नए पुराने लोग उन्हें भली भाति जानते है और वो सबको साथ लेकर चलने का दम भी रखते है और 24 घंटे पार्टी के लिए काम करने की हिम्मत रखते है
नगर निकाय के चुनाव निकट है जुनैद हुसैन युवा कांग्रेस अल्पसंख्यक के जिलाध्यक्ष है उनकी जमीन पर पूरी पकड़ है मुस्लिम वोट और सेक्युलकर वोट के सहारे कांग्रेस निकाय चुनाव में बेहतरीन प्रदर्शन कर सकती है अगर जुनैद को पद मिलता है तो निश्चित ही कांग्रेस को फायदा होगा क्योंकि विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के वर्तमान जिला कार्यकारिणी पे पैसे लेकर टिकट देने के आरोप लगे थे जुनैद हुसैन कैसे कांग्रेस को मजबूत करेंगे ये देखने वाली बात होगी
बाकी कांग्रेस के आला कमान के निर्णय का इंतज़ार है