
पिछले 1 महीने से बिहारीपुर के एक मकान का विवाद लगातार चर्चा में था एक समुदाय के मकान मालिक ने अपना मकान अपनी इच्छा से दूसरी समुदाय के एक व्यक्ति को बेचा था सौहार्द बिगाड़ने वाले कुछ तत्वों ने पूरे मामले को तूल देकर शहर का माहौल बिगाड़ने की पूरी कोशिश की मोहल्ले वालों को चढ़ाकर पलायन करने तक की धमकी दी परंतु कुछ सुलझे हुए बुद्धिजीवी लोगों ने बीच में पढ़कर मसले को शांति पूर्वक रास्ते से निपटा दिया और बरेली शहर की गंगा जमुनी तहजीब को तार-तार होने से बचा लिया इस पूरे प्रकरण से महाराजा अग्रसेन विद्यालय की प्रवक्ता डॉ नीतू शर्मा की मुख्य भूमिका रही दरगाह आला हजरत के ग्रैंड मुफ्ती आफ इंडिया हजरत असजद रजा खान ने मसले को सुलझा कर पूरी दुनिया के सामने अपनी दरियादिली तथा सौहार्द की मिसाल कायम की इस प्रकार शहर की फिजा बिगड़ने से एक बार फिर बच गई जमात रजा ए मुस्तफा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सलमान हसन खान उर्फ सलमान मियां ने भी दरगाह की रिवायत को कायम रखते हुए आपसी भाईचारे और सौहार्द की मिसाल पेश की और हिंदू मुस्लिम के बीच दरार डालने वाले अराजक तत्वों के इरादों को ना काम करते हुए मकान के एग्रीमेंट को निरस्त करवाया इस प्रकरण के निस्तारण में समाजसेवी डॉ मेहंदी हसन का अहम रोल रहा इसके साथ-साथ समाज के सम्मानित गणमान्य व्यक्तियों जिनमें मुख्य रुप से पुष्कर मिश्रा (अंशु महाराज )डॉक्टर नीतू शर्मा अनिल मुनि नीरज टंडन क्षेत्रीय पार्षद अतुल कपूर धीरज मेहरोत्रा उर्फ बॉबी पंडित अनुज शर्मा मनु सेठ एवं समस्त बिहारीपुर निवासियों की भूमिका अच्छी रही बरेली के प्रशासन ने दोनों ही पक्षों के फैसले का स्वागत किया