
2022 का यूपी विधानसभा चुनाव अब नए रूप लेते जा रहा है ब्राह्मण समाज की नयी सरकार में बनाने के योगदान की भूमिका को हर पार्टी गंभीरता से ले रही है वैसे तो बरेली जिले की सभी 9 विधानसभा सीटों में काफी संख्या में ब्राह्मण मौजूद है लेकिन जिले की 2 विधानसभा सीट ऐसी है जिनपे ब्राह्मण वोट निर्णायक भूमिका में है ये सीट है बिथरी चैनपुर जहाँ से वर्तमान में भाजपा से ब्राह्मण विधायक राजेश मिश्रा उर्फ़ पप्पू भरतौल है दूसरी सीट है बरेली कैंट यहाँ से वर्तमान में भाजपा से राजेश अग्रवाल विधायक है
प्रसपा के गठबंधन होने पर सपा को बिथरी चैनपुर सीट प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के खाते में जाने की बात हो रही है जहाँ से पूर्व सांसद वीरपाल सिंह यादव के चुनाव लड़ने की बात सामने आ रही है दूसरी सीट बचती है बरेली कैंट इस सीट पर सपा ब्राह्मण उम्मीदवार को उतार सकती है सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने जिस तरह से इस चुनाव को नया रूप दिया है उसमे उन्होंने सर्व समाज को साथ लेने की बात की है पिछले दिनों हुए प्रवुद्ध सम्मलेन में इसका नजारा भी देखना को मिला था
अखिलेश यादव ने ब्राह्मणों को अपने पाले में लाने लिए लखनऊ के माहुरकला में पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे के किनारे भगवान परशुराम की 108 फीट मूर्ति लगाई है। मूर्ति के साथ 68 फीट का फरसा भी लगाया गया है। जिससे सन्देश साफ़ था सपा ब्राह्मण समाज को साथ लेकर चलेगी अब ब्राह्मण समाज को टिकटों में प्रतिनिधत्व भी देने की बात उठ रही है

ऐसे में बरेली कैंट से पूर्व दर्जा राज्य मंत्री डॉक्टर साधना मिश्रा का नाम सबसे आगे आ रहा है अगर देखा जाये दर्जा राज्य मंत्री रहते उन पर किसी भी तरह का कोई आरोप नहीं लगा जोकि उनकी बेदाग़ छवि को दर्शाता है 1993 से समाजवादी पार्टी की सेवा में लगभग 30 साल का समय कोई कम नहीं होता उनके पति डॉ एके मिश्रा बरेली कॉलेज में प्रोफेसर रहे हैं नेताजी मुलायम सिंह यादव की जनसभाओं में ऐसे कई अवसर आए जब पार्टी को आगे ले जाने और जनसमूह को बांधे रखने के लिए खुद मुलायम सिंह ने डॉक्टर साधना मिश्रा को माइक सौंपा। साधना मिश्रा अपनी सुरीली आवाज से समा बांध देती थी। वे सपा के जमीनी नेताओं में शुमार हैं।

उनके प्रचार के तरीका भी सबसे अलग है होडिंग बैनर से प्रचार पर उनका ज्यादा भरोसा नहीं है उनका कहना है पूरा शहर होडिंग बैनर में बधाई संदेशो से भरा पड़ा है इनसे कुछ फ़ायदा नहीं है केवल पैसे की बर्बादी है हालॉकि सोशल मीडिया से प्रचार में साधना मिश्रा सबसे आगे चल रही है डॉक्टर साधना मिश्रा का सपना है विधायक चुनाव जीतने के बाद बरेली कैंट की उसी तरह साफ़ सुथरा बनाना जैसा की बरेली कैंटोमेंट का इलाका है साथ ही सुभाष नगर में पुराने BSA ऑफिस की जमीन पे महाविधालय बनबाना और छोटे कुटीर उद्द्योगो को लगबाना उनकी कार्य योजना में शामिल है दुसरे शब्दों में उनका कहना है सिठौरा से पुराना शहर तक जितना भी कैंट विधानसभा का क्षेत्र है मैंने पैदल यात्रा करके घर घर जाकर जनसम्पर्क किया है ,जनता खासकर महिला वर्ग से उन्हें आपार जनसमर्थन मिल रहा है

साधना मिश्रा बताती हैं कि मुस्लिम और दलितों के इलाकों में भाजपा ने कभी भी कोई काम नहीं किया। भाजपा सिर्फ हिन्दू-मुस्लिम के नाम पर चुनाव लड़ती रही है। यही वजह है कि मुस्लिम और दलित भाजपा से नाराज हैं सभी लोग सपा को साथ देने की बात कह रहे है ब्राह्मण समाज का उन्होंने एक बहुत बड़ा सम्मेलन भी बरेली में कराया था अपनी बात को आगे बढ़ाती हुई साधना मिश्रा कहती है भाजपा ने सत्ता के लिए ब्राह्मणो का उपयोग किया सबसे जायदा अत्याचार भाजपा सरकार में ब्राह्मणो पे हो रहे है ,भाजपा ने अब तक एक भी ब्राह्मण हित का कोई कार्य नहीं किया बल्कि अखिलेश सरकार द्वारा प्रारम्भ परशुराम जयंती के अबकाश को भी खत्म कर दिया अब ब्राह्मण भाजपा से दूर हो चूका है और सपा को अपना समर्थन दे चुका है इस चुनाव में ब्राह्मण का आशीर्वाद पाकर सपा सरकार बनाने जा रही है दूसरी तरफ उनके पढाये स्टूडेंट्स इतनी संख्या में बरेली में है की उनके एक आवाहन पे युवाओ की टोली भारी संख्या में उनके द्वारा निकाली गली बाइक रैली में पहुंच गयी थी जबकि उस दिन मौसम भी काफी ख़राब था रैली में कार और बाइकों का काफिला चल रहा था। जिसमें शामिल युवा समाजवादी पार्टी जिंदाबाद के नारे लगाते नजर आए। रैली कैंट विधानसभा क्षेत्र के विभिन्न स्थानों से होती हुई साधना मिश्रा के घर पर आकर संपन्न हुई। रैली की सफलता को लेकर साधना मिश्रा काफी उत्साहित नजर आईं और रैली के समापन पर डॉक्टर साधना मिश्रा ने जो युवाओ का सम्मान किया उससे युवा वर्ग बहुत उत्साहित है
साधना मिश्रा की बाइक रैली में सबसे महत्वपूर्ण बात ये देखने को मिली की व्यापारी समाज के नेता सुभम रस्तोगी ने रैली के बीच में जो उनका जो सम्मान किया और चुनाव में समर्थन देने का बादा किया उससे एक बात साफ़ दिखती है की व्यापारी वर्ग से भी साधना मिश्रा को भरपूर जन समर्थन हासिल है


बरेली कैंट के इलाके सुभाष नगर ,मढ़ीनाथ ,नेकपुर ,गणेश नगर ,पुराने शहर में हर घर में उनकी दस्तक पहुंच सकी है डॉ साधना मिश्रा पिछले 3 दशक से जिस तरह से समाजवादी पार्टी से जुड़ी हुई हैं और बरेली जिले में अपनी एक अलग पहचान बनाए हुए हैं वो कबीले तारीफ है /
सपा की राष्ट्रीय अध्यक्ष महिला सभा जूही सिंह से लेकर किरणमय नंदा और कोई भी सपा का बड़ा नेता जब भी बरेली आते है तो साधना मिश्रा से ज़रूर मिलते है , खुद सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव भी डॉक्टर साधना मिश्रा को सम्मान देते है अखिलेश की सोच भी यही है की पढ़े लिखे लोग जितने अधिक संख्या में समाजवादी पार्टी से जुड़ेंगे उतनी ही समाजवादी पार्टी मजबूत होगी


समाजवादी महिला सभा की प्रदेश अध्यक्ष लीलावती कुशवाहा उनके घर खाने पे भी आयी थी मतलब सपा में उन्हें भरपूर सम्मान और स्नेह हमेशा से मिलता रहा है इसके अलावा डॉ साधना मिश्रा एक समाज सेवी सेविका के रूप में बरेली मंडल सहित पूरे उत्तर प्रदेश में जानी जाती है।

डॉ साधना मिश्रा पेशे से एक संगीत कलाकार भी हैं जिन्हें कई पुरुस्कारों से नवाजा जा चुका है उनके ड्राइंग रूम में सजे तमाम अवार्ड और मैडल इस बात का सबूत है की उनकी UP में क्या पकड़ है और समाजवादी पार्टी के सरकार में वो दर्जा राज्य मंत्री भी रही हैं एक तरह से देखा जाए तो समाजवादी पार्टी बरेली में एक सीट पर ब्राह्मण उम्मीदवार की उतारती है तो इसका फ़ायदा जिले की सभी 9 विधानसभा सीटों पे देखने को मिल सकता है


दूसरे नजरिये से देखा जाए तो जिस तरह से कांग्रेस ने यूपी की 40 % विधानसभा सीट के टिकट महिलाओ को देने की बात कही है उससे भी एक सन्देश समाज में जा रहा है अगर सपा बरेली कैंट से महिला डॉक्टर साधना मिश्रा को अपना उम्मीदवार बनाती है तो एक तीर से कई निशाने लगा सकती है पहिला तो ये सन्देश समाज में जायेगा की समाजवादी पार्टी में महिलाओ को भी भागीदारी मिलती है दूसरा ब्राह्मण वर्ग को भी उचित प्रतिनिधत्व मिलने से सपा को फ़ायदा होना निश्चित है और सबसे बड़ा फ़ायदा ये होगा समाजवादी पार्टी अपने पुराने कार्यकर्ताओं को कभी भूलती नहीं है उन्हें हमेशा उचित सम्मान दिया जाता रहा है
अब चुनाव नजदीक है और टिकट की घोषणा जल्द ही होने वाली है देखना होगी समाजवादी पार्टी बरेली में ब्राह्मणों को साधने के लिए डॉक्टर साधना मिश्रा का कैसे प्रयोग करती है /