
बरेली। प्रेम सुरेश फ़ाउंडेशन द्वारा आज समाजसेवी और सुरेश शर्मा नगर के संस्थापक स्वर्गीय प्रेम प्रकाश शर्मा की प्रथम पुण्यतिथि पर उनके स्मारक “प्रेम सुरेश धाम ” पर भगवत गीता पाठ का कोविड संक्रमण के चलते कार्यक्रम को ऑनलाइन किया गया जिस में बहुत से गणमान्य नागरिकों और एस एस वी के विद्यार्थियों, अभिभावकों व शिक्षकों आदि ने भाग लिया ।
संस्थापक साकेत सुधांशु शर्मा ने कहा कि गीता में श्री कृष्ण कहते हैं कि हे अर्जुन, ईश्वरभक्ति में स्वयं को लीन करके बड़े बड़े ऋषि व मुनि खुद को इस भौतिक संसार के कर्म और फल के बंधनों से मुक्त कर लेते हैं। इस तरह उन्हें जीवन और मरण के बंधनो से भी मुक्ति मिल जाती है। ऐसे व्यक्ति ईश्वर के पास जाकर उस अवस्था को प्राप्त कर लेते हैं जो समस्त दुःखों से परे है।
सह संस्थापक अंजलि शर्मा ने कहा कि आज से लगभग पांच हजार वर्ष पूर्व भगवान श्रीकृष्ण ने अपने मित्र तथा भक्त अर्जुन को कुरुक्षेत्र के मैदान में गीता का तब उपदेश दिया जब वे सत्य की रक्षा के लिए अपने बंधु-बांधवों से युद्ध करने में हिचक रहे थे। गीता के रुप में स्वयं भगवान श्रीकृष्ण के मुख से निकला यह उपदेश किसी जाति, धर्म और संप्रदाय की सीमा से आबद्ध नहीं है। बल्कि यह संपूर्ण मानव जाति के कल्याण का मार्ग है। भगवान श्रीकृष्ण ने अर्जुन को निमित्त बनाकर संपूर्ण संसार को सत्य का बोध कराया है ।
श्रीमद भगवत गीता पाठ के इस कार्यक्रम में सुनील शर्मा, श्रेय शर्मा, अमोघ शर्मा, मुनीश कुमार, अशोक गुप्ता, अनिल सक्सेना, पंकज गंगवार, सर्वेश कुमार, मोहन स्वरूप , ज्योति पाठक, नीता शर्मा, प्रदीप गंगवार, बेद प्रकाश, सौरभ शर्मा, शुभांगी सक्सेना, आयुष मिश्रा, नवल यादव, शोभित मिश्रा, विकास सागर, आदित्य पाठक, राकेश कुमार, मोहित अवस्थी, पल्लवी मिश्रा, अंजली रावत, कोमल गंगवार सहित बहुत से लोगों ने ऑनलाइन इस पुण्यतिथि भगवत गीता पाठ के कार्यक्रम में भाग लिया ।